कुतुबख़ाना | Library


मैं दुनिया घूमता हूँ किताबों के ज़रिये

पड़ता हूँ कुछ चेहरों को
मिलता हूँ कुछ किरदारों से
कुछ नामचीन संग-ऐ-मीलों से
कुछ गुमनाम शाहकारों से

अर्श-ऐ-इल्म के चमकते आफ़ताबों के ज़रिये
मैं दुनिया घूमता हूँ किताबों के ज़रिये

कहीं किस्सा इक जज़्बाती सा
कहीं नज़्म मिले रूमानी सी
कभी मसला कोई कायनाती तो
खुले रमज़ कभी रूहानी सी

अक्ल-ओ-दिल के सवाल-ओ-जवाबों के ज़रिये
मैं दुनिया घूमता हूँ किताबों के ज़रिये

मैं दुनिया घूमता हूँ किताबों के ज़रिये


संग-ऐ-मील = Milestone
शाहकार = Masterpiece 
अर्श-ऐ-इल्म = Sky of knowledge 
अक्ल-ओ-दिल = Mind and Heart 



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