ख़ुश्बू | Fragrance on January 23, 2023 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps इक ख़ुश्बू की तरह मिलती होऔर इतनी मुख़्तसर,के ना समझ पाता हूँना ही जी पाता हूँ तुम्हे और ना रख पाता हूँसंजो के अपने पासउम्र भर के लिए बस इक एहसास छोड़ जाती होके ज़ेहन तलाश में रहे, उसकीजिस ख़ुश्बू की तरह मिलती हो © Copyright @ Taran 2023 Comments
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