कब से मेरा दिल ख्यालों में डूबा
कुछ पलकों ने मंज़र सजाये हुए हैं
तस्सवुर्र की ठंडक में इक नर्म चेहरे की धुप
तेरो यादों के मौसम आये हुए हैं
वह चढ़ते सूरज सी बदन की रंगत
और खिलते फूलों सी महक बदन की
सुबह की रौनक बढ़ाये हुए है
तेरो यादों के मौसम आये हुए हैं
सादे से चेहरे की मीठी सी धुप
और तीखी सी पलकों के नर्म छाओं
दोपहर को दिलकश बनाये हुए है
तेरो यादों के मौसम आये हुए हैं
बदन जैसे दिये की जलती हुई लौ
दो आंखें के जैसे दो जलते दिये
शाम का दामन सजाये हुए हैं
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं
चेहरे को ढकते ज़ुल्फ़ों के बादल
और ज़ुल्फ़ों से उलझता चेहरे का चाँद
रात को रौशन बनाये हुए है
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं
तेरी यादों में गुज़रते उजले से दिन
और ख्यालों में कटती हुई सर्द रातें
सारे आलम को तुझसा बनाये हुए हैं
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं
कुछ पलकों ने मंज़र सजाये हुए हैं
तस्सवुर्र की ठंडक में इक नर्म चेहरे की धुप
तेरो यादों के मौसम आये हुए हैं
वह चढ़ते सूरज सी बदन की रंगत
और खिलते फूलों सी महक बदन की
सुबह की रौनक बढ़ाये हुए है
तेरो यादों के मौसम आये हुए हैं
सादे से चेहरे की मीठी सी धुप
और तीखी सी पलकों के नर्म छाओं
दोपहर को दिलकश बनाये हुए है
तेरो यादों के मौसम आये हुए हैं
बदन जैसे दिये की जलती हुई लौ
दो आंखें के जैसे दो जलते दिये
शाम का दामन सजाये हुए हैं
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं
चेहरे को ढकते ज़ुल्फ़ों के बादल
और ज़ुल्फ़ों से उलझता चेहरे का चाँद
रात को रौशन बनाये हुए है
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं
तेरी यादों में गुज़रते उजले से दिन
और ख्यालों में कटती हुई सर्द रातें
सारे आलम को तुझसा बनाये हुए हैं
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं
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