मौसम | The Weather

कब से मेरा दिल ख्यालों में डूबा
कुछ पलकों ने मंज़र सजाये हुए हैं
तस्सवुर्र की ठंडक में इक नर्म चेहरे की धुप
तेरो यादों के मौसम आये हुए हैं

वह चढ़ते सूरज सी बदन की रंगत
और खिलते फूलों सी महक बदन की
सुबह की रौनक बढ़ाये हुए है
तेरो यादों के मौसम आये हुए हैं

सादे से चेहरे की मीठी सी धुप
और तीखी सी पलकों के नर्म छाओं
दोपहर को दिलकश बनाये हुए है
तेरो यादों के मौसम आये हुए हैं

बदन जैसे दिये की जलती हुई लौ
दो आंखें के जैसे दो जलते दिये 
शाम का दामन सजाये हुए हैं
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं

चेहरे को ढकते ज़ुल्फ़ों के बादल
और ज़ुल्फ़ों से उलझता चेहरे का चाँद
रात को रौशन बनाये हुए है
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं

तेरी यादों में गुज़रते उजले से दिन
और ख्यालों में कटती हुई सर्द रातें
सारे आलम को तुझसा बनाये हुए हैं
तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं

तेरी यादों के मौसम आये हुए हैं


© Copyright @ Taran 2023

Comments